खोरिया - सदियों से चली आ रही बुक्सा जनजाति समाज की शादियों में खोरिया की परंपरा आज भी प्रचलित है लेकिन बदलते समय के अनुसार अब थोड़ा परिवर्तन आ गया है।
प्राचीन काल से चली आ रही खोरिया की परम्परा के बारे में आपको बताता हूं जिस दिन बारात जाती है तो गांव के लोग सब बरात में चले जाते हैं। केवल महिलाएं बचती हैं और महिलाएं अपने मनोरंजन के लिए खोरिया करती है जिसमें बुक्साड़ी नृत्य, बुक्साड़ी लोकगीत,वह हास्य नाटक करती हैं इसमें महिलाएं भरपूर मजे,ठिठोलियां, शरारतें,हंसी मजाक आदि कर फुल मनोरंजन करती है।